भारतीय रेल निजीकरण
अगर आप सरकारी कर्मी नहीं हैं और आपको लगता है कि सरकारी सम्पतियों और उपक्रमो का निजीकरण हमारी समस्या नहीं है तो यकीन मानिए आप न केवल अपने महान देश भारत का भविष्य चौपट कर रहे हैं अपितु अपना एवं अपने बाल बच्चे का भविष्य भी अंधकारमय बनाने में आपकी भूमिका 100% है। भारतीय रेल न केवल भारत की सबसे बड़ी परिवहन व्यवस्था है, अपितु यह सबसे बड़ा रोजगार देने वाला सेक्टर भी है। अगर आज आप इस निजीकरण का विरोध नहीं कर रहे हैं तो यकीन मानिए आपके बाल बच्चे आईआईटी, आईटीआई कर ठेकेदारों के आगे नौकरी की भीख मांगने पर विवश हो जाएंगे। जिसके जिम्मेदार आप और हम ही होंगे। मोदी हो या राहुल- नेतागण आएंगे- जाएंगे। लेकिन देश का निर्माण देश के सार्वजनिक उपक्रमों से होता है और जब वह उपक्रम देश का नहीं रह जाए तो फिर हम किस बात पर गर्व करेंगे। आप किसी भी विचारधारा से प्रेरित हो, आप किसी भी दल के समर्थक हों- आज इस निजीकरण का विरोध करिए। आइए फेसबुक पर, आइए व्हाट्सएप पर, आइए ट्विटर पर और भारतीय रेल, बँक, बिमा और अन्य सार्वजनिक उपक्रमो के निजीकरण के विरोध में 2 पंक्तियाँ अवश्य लिखिए, लिख नहीं सकते हैं तो किसी दूसरे का पोस्ट शेयर जरूर करिए। लेकिन कुछ करिए, क्योंकि देश का निर्माण देश की सार्वजनिक संपत्ति से होता है। मौजूदा सरकार सारी ही बड़ी नवरत्न सरकारी उपक्रम बेच रही हैं ईसका पूरजोर विरोध किजीए 🙏